तीन राज्यों का वॉन्टेड इनामी डकैत केशव गुर्जर को मुठभेड़ पुलिस ने मारी गोली

धौलपुर
एक लाख इक्कीस हजार रुपए के इनामी डकैत केशव गुर्जर और पुलिस के बीच धौलपुर के जंगलों में देर रात मुठभेड़ हो गई। गुर्जर के पैर में गोली लगी है। वहीं, उसके दो दर्जन से अधिक साथियों की जंगल में सर्च अभियान चलाकर तलाश की जा रही है। पुलिस फोर्स घायल डकैत को धौलपुर जिला हॉस्पिटल लेकर पहुंची है।

सूत्रों के अनुसार धौलपुर एसपी धर्मेंद्र सिंह को बीती रात केशव गुर्जर के डांग क्षेत्र में छुपे होने की जानकारी मिली थी। इसके बाद एसपी खुद टीम के साथ जंगलों में पहुंचे थे। यहां केशव की गैंग के साथ करीब तीन-चार घंटे तक मुठभेड़ चली। भरतपुर आईजी गौरव श्रीवास्तव भी ऑपरेशन की मॉनिटरिंग कर रहे हैं।

चंबल किनारे क्षेत्र में सर्च अभियान
डीएसपी मनीष कुमार शर्मा ने बताया कि एसपी धर्मेंद्र सिंह के नेतृत्व में भी सोने का गुर्जा और चंबल किनारे क्षेत्र में डकैत को पकड़ने के लिए सर्च अभियान चलाया गया था। डांग में डकैत के साथियों की तलाश के लिए चलाए जा रहे सर्च ऑपरेशन में कई थानों की पुलिस और एंटी डकैत फोर्स (एडीएफ) के साथ एसपी की विशेष पुलिस टीम शामिल रही।

10 साल से चल रहा है फरार

बताया जा रहा है कि अभी केशव गुर्जर धौलपुर के कुदिन्ना गांव का ही रहने वाला है। 10 साल से फरार चल रहा था। मुरैना और राजस्थान पुलिस ने मिलाकर इस पर 1.20 लाख रुपए का इनाम घोषित कर रखा है। उस पर 40 से ज्यादा मामले दर्ज हैं।

केशव की गैंग राजस्थान, मध्यप्रदेश और उत्तरप्रदेश वारदातें करती है। गैंग में दो दर्जन के लगभग सदस्य बताए जाते हैं। इसका मूवमेंट राजस्थान में अधिक रहता है।

गैंगस्टर की तरह काम करता है केशव, परिवार भी नहीं
केशव को ढूंढने में पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ी। उसने न तो शादी की है और न उसका कोई परिवार है। केशव डकैती की परंपरा बदलने के लिए भी जाना जाता है। वह डकैतों की तरह काम न करके, गैंगस्टर की तरह काम करता है। वह आमतौर पर किसी व्यक्ति पर फायरिंग नहीं करता, सिर्फ फोन कॉल से फिरौती वसूलता है। अब तक उस पर हत्या का महज एक मुकदमा दर्ज है।

पांच मुठभेड़ हो चुकी 6 माह में
धौलपुर में एसपी धर्मेंद्र सिंह की नियुक्ति होने के बाद से 6 महीने में पुलिस की केशव के साथ 5 बार मुठभेड़ हो चुकी है। नवंबर के पहले सप्ताह में चन्द्रपुरा के बीहड़ में हुई मुठभेड़ में दोनों तरफ से 190 राउंड फायरिंग हुई थी।

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