मिसालः मुस्लिम बहनों ने हिंदू भाइयों की कलाई पर बांधी राखी, तोहफ़े के साथ मिला रक्षा-सुरक्षा का वचन

हरदोई
उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले के एक मुस्लिम बाहुल्य गांव में मुस्लिम बहनों ने हिंदू भाइयों की कलाई पर राखी बांधी। रक्षाबंधन के इस पर्व पर मुस्लिम बहनों के घर पहुंचे हिन्दू भाइयों ने उन्हें तोहफ़े के साथ रक्षा सुरक्षा का वचन दिया है। मोदी के द्वारा प्रेषित एक स्वयंसेवी संस्था के द्वारा कराए गए हिंदू-मुस्लिम एकता को बढ़ावा देने वाले इस आयोजन ने एक बड़ा मैसेज देने का काम किया है। वहीं काले बुर्के में भगवा हिंदू भाइयों की कलाई पर राखी, मस्तक पर तिलक और भाइयों की आरती उतारती मुस्लिम बहनों ने भी एक बड़े फासले को कम करने की शुरुआत कर दी है। इस कार्यक्रम की चर्चा क्षेत्र में हो रही है। मोदी के द्वारा प्रेषित यह संस्था इस तरीके के कार्यक्रम बड़ी संख्या में कर रही है।

हिंदू-मुस्लिम एकता को बढ़ावा देने के लिए की गई कार्यक्रम की शुरुआतः सुहाना जैन
बता दें कि वीरांगना सामाजिक एवं सांस्कृतिक संस्था की अध्यक्ष सुहाना जैन के द्वारा इस तरीके के कार्यक्रम कई जगहों पर कराए जा रहे हैं। हरदोई में वीरांगना सामाजिक एवं सांस्कृतिक संस्था की अध्यक्ष सुहाना जैन ने बताया कि वह प्रधानमंत्री मोदी से प्रेरित हैं। उनके बताए गए सामाजिक एकता के पाठ को उन्होंने आत्मसात किया है। इसी के चलते उन्होंने इस तरीके के कार्यक्रमों की शुरुआत की है। रक्षाबंधन के अवसर पर हिंदू-मुस्लिम एकता को बढ़ावा देने वाले इस कार्यक्रम के जरिए वह समाज में एक बेहतरीन मैसेज देना चाहती है।

कोई हिंदू-मुस्लिम नहीं, सिर्फ इंसानियत का रिश्ता है यहां पर: सुहाना जैन
जैन आगे कहती हैं कि मुस्लिम बहने भरोसे के साथ हिंदू भाईयों की कलाई पर जो रक्षासूत्र का धागा बांध रही हैं वह देखने में तो एक धागा है लेकिन उसका भाव काफी बड़ा है। समाज में एक मैसेज है कि बिना भेदभाव के हम सब एक हैं। कोई हिंदू-मुस्लिम नहीं, सिर्फ इंसानियत का रिश्ता है यहां पर बस यही मैसेज देना चाहते हैं।

हमने हिंदू भाई को राखी बांधी, उन्होंने हमें रक्षा सुरक्षा का वचन दियाः आसमा
मुस्लिम बहन आसमा कहती हैं कि आज हमने हिंदू-मुस्लिम के बीच जो खाई है उसको भरने का काम किया है। हिंदू भाई के मस्तक पर रोली-चंदन का तिलक लगाकर उनकी आरती उतारने के बाद मैंने कलाई पर रक्षा सूत्र बांधा है और हिंदू भाइयों ने हमें रक्षा सुरक्षा का वचन दिया है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button