विदेशों में हिन्दू मंदिरों पर हमले को लेकर अमेरिका ने जताई चिंता, नेड प्राइस ने दिया बड़ा बयान

 नई दिल्ली
ऑस्ट्रेलिया, कनाडा और बांग्लादेश में हाल ही में मंदिरों या फिर हिन्दू धर्म से जुड़े प्रतीकों पर हमले की खबरें आई हैं। इन हमलों को लेकर अमेरिका ने चिंता जताई है। अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नेड प्राइस ने गुरुवार को एक प्रेस ब्रीफिंग में कहा कि उनका देश किसी भी तरह की हिंसा और उग्रवाद की निंदा करता है। खालिस्तानी तत्वों से हिंदुओं को खतरा और हिंदू मंदिरों पर हमलों के बारे में एक सवाल के जवाब में नेड प्राइस ने ये बातें कहीं। उन्होंने कहा कि अमेरिका का प्रमुख मूल मूल्य धार्मिक बहुलवाद है। हम किसी भी आंदोलन की निंदा करते हैं जो ऐसे हिंसक तरीके के साथ चलता है।

कनाडा में बढ़ी हिंसा की घटनाएं
 बता दें कि नवंबर 2021 से फरवरी 2022 के बीच कनाडा के कई मंदिरों से पैसे और जेवरातों के चोरी होने और जबरदस्ती लूटने की खबरें सामने आई थी और इन मंदिरों में ब्राम्पटन का हिंदू सभा मंदिर, श्री जगन्नाथ मंदिर, मां चिंतपूर्णी मंदिर, गौरी शंकर मंदिर, ओंटारियो का हिंदू हेरिटेज सेंटर, और हैमिल्टन का ब्राम्पटन और हैमिल्टन समाज मंदिर शामिल थे। इसी साल जनवरी में कनाडा में ब्रैम्पटन में एक मंदिर को निशाना बनाया गया था। मंदिर में तोड़फोड़ के साथ दीवारों पर भारत विरोधी नारे लिखे गए थे।

मेलबर्न में 15 दिनों में 3 हमले

जनवरी में ही भारत विरोधी तत्वों ने 15 दिनों के भीतर ऑस्ट्रेलिया के मेलबर्न के तीन अलग-अलग हिस्सों में कई मंदिरों में तोड़फोड़ की थी। 23 जनवरी को मेलबर्न के अल्बर्ट पार्क में भारत विरोधी नारे लिखे गए थे। यह घटना मेलबर्न के कैरम डाउन्स में श्री शिव विष्णु मंदिर में तोड़फोड़ के कुछ दिनों बाद हुई थी। 12 जनवरी को मेलबर्न के मिल पार्क में बीएपीएस स्वामीनारायण मंदिर को भारत विरोधी और हिंदू विरोधी नारों से भर दिया गया था।

बांग्लादेश में भी हिन्दुओं को बनाया निशाना

कनाडा और ऑस्ट्रेलिया के अलावा तीन सप्ताह पहले बांग्लादेश में भी मंदिरों को निशाना बनाया गया था। कई मंदिरों में दर्जनों मूर्तियों को नुकसान पहुंचाया गया था। पुलिस ने बताया था कि 5 फरवरी को बांग्लादेश के उत्तरी जिले ठाकुरगांव में बलियाडांगी उपजिला के तहत आने वाले 12 हिंदू मंदिरों में 14 मूर्तियों को तोड़ दिया था। घटना के बाद इलाके में तनाव की स्थिति दिखी थी। इससे पहले 7 अक्टूबर 2022 को कट्टरपंथियों ने काली मंदिर में घुसकर मूर्तियां तोड़ डालीं थी। ये मंदिर ब्रिटिश काल के समय का था। घटना झेनैदाह जिले के दौतिया गांव में हुई थी ।आरोपियों ने मूर्ति का सिर मंदिर परिसर से लगभग आधा किलोमीटर दूर सड़क पर फेंक दिया और फरार हो गए थे।

हिन्दुओं पर हमले बढ़े

नेटवर्क कॉन्टेजन रिसर्च इंस्टीट्यूट, अमेरिका स्थित एक अनुसंधान संगठन है। इसकी एक रिपोर्ट के अनुसार दुनियाभर में हिंदू समुदाय और हिंदू धर्म स्थलों पर हमलों में 1,000 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। यूनाइटेड किंगडम के होम ऑफिस के आंकड़ों के अनुसार हिंदूओं और हिंदू स्थलों पर हमले 2017-18 में 58 से बढ़कर 2020-21 में 166 हो गये यानि चार सालों में लगभग 200 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गयी है।

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