काशी विश्वनाथ धाम में टूटे चढ़ावे के सारे रिकॉर्ड, सावन में 5 गुना ज्यादा दान

वाराणसी

श्री काशी विश्वनाथ कॉरीडोर ने न केवल श्री काशी विश्वनाथ धाम को एक नव्य और भव्य आभा से अलंकृत किया है, बल्कि श्रद्घालुओं को भी ऐसा मोहित किया कि देश-दुनिया से बाबा भोलेनाथ के भक्त बरबस ही खिंचे चले आ रहे हैं। योगी सरकार द्वारा वाराणसी में की गई उत्तम व्यवस्था तथा श्रद्धालुओं को सुगम व सुरक्षित दर्शन उपलब्ध कराने के संकल्प का परिणाम यह है कि पूरे देश में काशी धार्मिक पर्यटन के नए प्रतिमान स्थापित कर रहा है। आज काशी धार्मिक पर्यटन के लिहाज से देश में मोस्ट फेवरेट डेस्टिनेशन बनकर उभरा है।

यही कारण है कि भगवान शिव की अराधना को समर्पित श्रावण मास में यहां इस वर्ष सभी रिकॉर्ड धराशायी हो गए। इस वर्ष श्रावण माह में कुल 1,63,17,000 भक्तों ने बाबा भोलेनाथ के दरबार में हाजिरी लगाई, जो अपने आप में एक रिकॉर्ड है। इतना ही नहीं, श्रद्धालुओ ने दिल खोलकर बाबा पर खूब चढ़ावा भी चढ़ाया। पिछले सावन के मुकाबले इस वर्ष सावन में बाबा को भक्तों ने 5 गुना ज्यादा चढ़ावा है।

मंदिर न्यास की ओर से श्रद्धालुओं को दी जा रही हैं तमाम सुविधाएं मुख्य कार्यपालक अधिकारी सुनील कुमार वर्मा ने बताया कि लोकार्पण के बाद मंदिर न्यास द्वारा श्रद्धालुओं की सुविधाओं में लगातार बेहतरी का प्रयास किया गया है। पेयजल, छाया की व्यवस्था, मैट अन्य मूलभूत सुविधाओं के साथ-साथ साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दिया गया है। श्री काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास द्वारा दर्शनार्थियों व पर्यटकों की बेहतर व्यवस्था करने के लिए सुगम दर्शन व्यवस्था में 50 कर्मचारी कार्यरत हैं।

  भक्तों ने दिल खोलकर दिया दान

श्री काशी विश्वनाथ धाम की नई आभा पूरे विश्व में बिखरने लगी है। दुनिया भर के सनातनी इस धाम की आभा में काशी खिंचे चले आ रहे है और श्रद्धा भाव से दान-पुण्य कर रहे है। श्री काशी विश्वनाथ धाम के मुख्य कार्यपालक अधिकारी सुनील वर्मा ने जानकारी दी कि 2023 के श्रावण माह में कुल 16.89 करोड़ रुपए का चढ़ावा आया है। जबकि 2022 के सावन महीने में 3,40,71,065 करोड़ रुपए का चढ़ावा आया था। यानी, 2022 के सावन माह के मुकाबले 2023 के श्रावण माह में लगभग 5 गुना बढ़ गया है। श्री काशी विश्वनाथ धाम जब से 3000 स्क्वायर ़िफट से 5 लाख स्क्वायर ़िफट में विस्तारित हुआ है यहां प्रांगण में मूलभूत सुविधाओं समेत बाबा के दर्शन में सुगमता आई है।

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button